Friday, 13 January 2017

आहिस्ता से दिवार को जरूर थामा होगा..shayari

1. कैसे ‎भूलेगी‬ वो मेरी ‪बरसों‬ की ‪चाहत‬ को,
दरिया‬ अगर ‪सूख‬ भी जाये
तो ‎रेत‬ से नमी नहीं जाती ..

2. जब मिली होगी उसे मेरी हालत की खबर,
उसने आहिस्ता से दिवार को जरूर थामा होगा..

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