01."दुआ" मांग लिया कर तू "दवा" से पहले...!!
"कोई" नहीं देता "शिफ़ा" "ख़ुदा" से पहले...!!
02."टिमटिमाते" रहते है तेरे "ख्याल" मेरी "आँखों" में...!!
कुछ यूँ ही मेरी "रातें" बसर होती है तेरी "यादों" में...!!
03."रंगीन" वादों से लिपटा हुआ "ख्याल" ले आना...!!
ऐ शाम...अब की मेरा "बिछड़ा" हुआ "यार" ले आना...!!
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