1. लगाई तो थी "आग" उनकी तस्वीर में रात को...!!!
सुबह देखा तो,, मेरा दिल छालो से भर गया...!!!
2. चुभता तो बहुत कुछ मुझको भी है तीर की तरह...!!!
मगर ख़ामोश रहता हूँ, अपनी तक़दीर की तरह...
3. बाहो में चाहे कोई भी आये,
महसूस वही होगा जो रूह में समाया होगा...
4. आईना ही देखता था उसको,
आईना कहाँ वो देखती थी....
No comments:
Post a Comment