Sunday, 19 February 2017

लिबासो को बदलने का शौक....shayari

1. जिंदगी जला दी हमने जब जैसी जलानी थी,
अब धुएं पर तमाशा कैसा और राख पे बहस कैसी॥

2. जो लिबासो को बदलने का शौक़ रखते थे कभी
आख़री वक़्त कह न पाए कि ये कफ़न ठीक नही

3. माना की मरने वालो को भुला देते है सभी मगर
मुझे ज़िंदा भूल कर उसने कमाल कर दिया

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