Tuesday, 23 May 2017

रिश्तों के दलदल से... कैसे......shayari

1. सफर-ए-जिन्दगी मेँ जब कोई, मुश्किल मकाम आया;

ना गैरोँ ने तवज्जो दी, ना अपना कोई काम आया !

2. रिश्तों के दलदल से... कैसे निकलेंगे...

जब हर साज़िश के पीछे... अपने ही निकलेंगे...

मेरे गुनाह मुझे मेरे सामने ही गिनवा.....shayari

1.हद पार कर देते हैं जब हम किसी की खातिर..!

वो ही सिखा देते हैं हमें हदों में रहना....

2.मेरे गुनाह मुझे मेरे सामने ही गिनवा दो दोस्तों,

ख़्वाहिश है की जब कफ़न में छुप जाऊँ तो बुरा न कहना !!

ईश्वर ने आपको इंसान बनाकर shayari...

किसी को दुःखी देखकर अगर आपको तकलीफ होती है.
तो यकीन मानिए, ईश्वर ने आपको इंसान बनाकर कोई गलती नहीं की है।

Monday, 17 April 2017

दुनिया पीठ को पायदान......shayari

मुख़्तसर सा गुरूर भी ज़रूरी
है ,जीने के लिये !

ज्यादा झुक के मिलो
तो दुनिया पीठ को पायदान
बना लेती है !!

Sunday, 9 April 2017

दुनिया में सब से ज्यादा....shayari

" दुनिया में सब से ज्यादा वजनदार,

खाली जेब होती है साहेब,

चलना मुश्किल हो जाता है.."

Sunday, 26 March 2017

हर रात सो जाता हु....shayari

हर रात सो जाता हु गम की चादर ओढ़ कर ......
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क्या मोहब्बत इतना बड़ा गुनाह है ... सजा कम नहीं होती ...!!

Saturday, 25 March 2017

जिसने महसूस किया हो सच्चे रिश्ते.....shayari

रोता वही है जिसने महसूस किया हो सच्चे रिश्ते को...
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वरना मतलब के रिश्तें रखने वाले को तो कोई भी नही रूला सकता....!!!